- बीकानेर में स्थित कोलायत झील प्राचीन काल में कपिल मुनि का आश्रम था
- यहाँ पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को कपिल मुनि का मेला भरता है
- कपिल प्राचीन भारत के एक प्रभावशाली मुनि थे। इन्हें सांख्यशास्त्र (तत्व पर आधारित ज्ञान) के प्रवर्तक के रूप में जाना जाता है
नवलखा झील (बूंदी )
- यह झील बूंदी के तारागढ़ दुर्ग की पहाड़ी के तलहटी पर स्थित है
- इसका निर्माण राजा उम्मेद सिंह द्वारा करवाया गया था
- इस झील के मध्य में जल देवता वरुण का मंदिर आधा डूबा हुआ है
- इस झील के किनारे सुन्दर महल तथा सुन्दर घाट बने हुए है जिसका निर्माण यहाँ के शासक विष्णु सिंह ने अपनी पत्नी के लिए करवाया था
गेप/गेब सागर झील (डूंगरपुर )
- इस झील का निर्माण महारावल गोपीनाथ ने 1428 में करवाया था
- इस झील के किनारे उदय विलाश महल तथा राज राजेश्वर मंदिर स्थित है
- झील के भीतर बदल महल तथा इसकी पाल पर स्थित महारावल पुंजराज द्वारा निर्मित गोवर्धन नाथ का मंदिर स्थित है
- झील के निकट ही वागड़ की मीरा गवरी बाई ,नाना बाई तथा काली बाई की प्रतिमाएं लगी हुयी है
कायलाना झील (जोधपुर )
- यह झील जोधपुर से 8 किलोमीटर पूर्व में स्थित है तथा इसका निर्माण प्रतापसिंह ने 1872 में करवाया था
- इस झील को पानी हाथी नहर से मिलता है जो इंदिरा गाँधी नहर से जुड़ी है।
- वर्तमान में झील के किनारे माचिया सफारी पार्क (मृग वन ) स्थित है
- प्राचीन में इस क्षेत्र में जोधपुर के राजा तख्त सिंह तथा भीम सिंह के बाग़ तथा महल हुआ करते थे
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