- भौगोलिक रूप से डोकलाम भारत चीन और भूटान बार्डर के तिराहे पर स्थित है। जिसकी भारत के नाथुला दर्रा(नाथूला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत के सिक्किम राज्य और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है) के पास से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी है।
- चुंबी घाटी में स्थित डोकलाम सामरिक दृष्टि से भारत और चीन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। साल 1988 और 1998 में चीन और भूटान के बीच समझौता हुआ था कि दोनों देश डोकलाम क्षेत्र में शांति बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे।
- दूसरी ओर साल 1949 में भारत और भूटान के बीच एक संधि हुई थी जिसमें तय हुआ था कि भारत अपने पडोसी देश भूटान की विदेश नीति और रक्षा मामलों का मार्गदर्शन करेगा।
- साल 2007 में इस मुद्दे पर एक नई दोस्ताना संधि हुई, जिसमें भूटान के भारत से निर्देश लेने की जरूरत को खत्म कर दिया गया और यह वैकल्पिक हो गया।
- विवाद
- भारत के सिक्किम, चीन और भुटान के तिराहे पर स्थित डोकलाम पर चीन हाइवे बनाने की कोशिश में है, जिसका भारतीय खेमा विरोध कर रहा है। उसकी बड़ी वजह ये है कि अगर डोकलाम तक चीन की सुगम आवाजाही हो गई तो फिर वह भारत को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने वाली चिकन नेक तक अपनी पहुंच और आसान कर सकता है।
- चिकन नेक के द्वारा ही भारत अपने पूर्वोत्तर राज्यों से जुड़ा हुआ है
चंबल नदी
- चंबल नदी मध्यप्रदेश राज्य के महू के 'जनापाव पहाड़ी' से निकलती है
- इस नदी की लम्बाई 995 किमी है
- इस नदी में पूरे वर्ष पानी बहता रहता है इसलिए इस नदी को बारहमासी भी कहते हैं
- इस नदी की सहायक नदीयां काली, पार्वती, बनास, कुराई, बामनी, शिप्रा आदि हैं
- यह नदी राजस्थान से बहती हुई उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले के मुरादगंज स्थान में यमुना नदी (Yamuna) में मिल जाती है
- इस नदी को प्रचीन समय में चर्मण्वती के नाम से जाना जाता था
- इस नदी पर बने बॉध गांधी सागर, राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज आदि है
- चूलिया जल प्रपात इसी नदी पर बना हुआ है
- भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश हैं। यह दक्षिणी भारत में महाराष्ट्र और गुजरात के बीच स्तिथ है
- सिलवासा इस प्रदेश की राजधानी है। यह क्षेत्र दमन से 10 से 30 किलोमीटर दूर है
- दादरा नगर हवेली का 11 अगस्त 1961 को भारत में विलय हुआ
- गोवा की तरह यह इलाका भी कई साल तक पुर्तगाली उपनिवेश रहा
- 2 अगस्त 1954 को इसे पुर्तगाली शासन से मुक्ति मिली
- दादरा और नगर हवेली प्रमुख रूप से ग्रामीण क्षेत्र है जिसमे 62% से अधिक आदिवासी रहते है।
- घने वन तथा अनुकूल जलवायु को देखते हुए यहाँ पर्यटन क्षेत्र को उच्च प्राथमिकता दी गई है
- पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल तारपा उत्सव, पतंग उत्सव और विश्व पर्यटन दिवस आदि आयोजित किए जाते हैं
- राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष प्रो. सांवरलाल जाट का निधन हो गया
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