Tuesday, April 17, 2018

Current GK Rajasthan 17 April 2018

विश्व हिमोफिलिया दिवस 

  • प्रतिवर्ष 17 अप्रैल को हिमोफिलिया दिवस के रूप में मनाया जाता है 
  • दुनिया भर में हिमोफिलिया से पीड़ित लोगों में आधे लोग भारत में है 
  • यह एक आनुवांशिक बीमारी है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में फैलती है 
  • इसमें चोट लगने पर या दुर्घटना होने पर रक्त का थक्का नहीं जमता है तथा अधिक रक्त का स्त्राव होता है 
  •  इस रोग का कारण रक्त प्रोटीन की कमी होती है, जिसे 'क्लॉटिंग फैक्टर' कहा जाता है,यह प्रोटीन बहते हुए रक्त के थक्के जमाकर उसका बहना रोकता है।


घग्घर नदी 

  • इसका उद्गम हिमाचल प्रदेश में कालका के पास शिवालिक श्रेणी की पहाड़ियों से होता है 
  • सरस्वती ,दृष्द्वती तथा मृत आदि उपनामों से भी जाना जाता है 
  • यह नदी पंजाब व हरियाणा में बहने के पश्चात् टिब्बी (हनुमानगढ़ ) के पास राजस्थान में प्रवेश करती है 
  • सामान्यता यह नदी भटनेर (हनुमानगढ़ ) के समीप ही विलुप्त हो जाती है लेकिन अधिक वर्षा होने पर सूरतगढ़ (गंगानगर ) तक बहती है तथा पाकिस्तान के बहावलपुर जिले तक चली जाती है व अंत में फोर्ट अब्बास नामक स्थान पर समाप्त हो जाती है 
  • घग्घर नदी का पाट क्षेत्र 'नाली' कहलाता है 
  • यह एक मौसमी नदी है 
  • इस नदी की लम्बाई 465 किलोमीटर है 
  • हनुमान गढ़ जिले की कालीबंगा सभ्यता इसी नदी के किनारे विकसित हुयी 
  •  इसे हरयाणा के ओटू वीयर बाँध से पहले घग्गर नदी के नाम से और उसके बाद हकरा नदी के नाम से जाना जाता है 


कांतली नदी 

  • इस नदी का उद्गम सीकर जिले में खंडेला की पहाड़ियों से होता है 
  • इसकी लम्बाई 100 किलोमीटर है 
  • सीकर जिले में इसके अपवाह क्षेत्र को तोरावाटी कहते है 
  • सीकर से यह झुंझुनू जिले में प्रवेश कर चूरू जिले की सिमा पर मँडरेला ( झुंझुनू ) गावं में विलुप्त हो जाती है 
  • सीकर जिले की गणेश्वर सभ्यता का विकाश 5000 साल पहले इसी नदी के तट पर हुआ था 


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